योगी सरकार किसके साथ है...पीड़ित के साथ या भ्र्ष्टाचारी के साथ..?

 योगी सरकार किसके साथ है...पीड़ित के साथ या भ्र्ष्टाचारी के साथ..?


अपने कुकृत्यों भरे आचरण औऱ भ्रष्टाचार से योगी सरकार की थू-थू करवा रहे वाराणसीजिला कारागार अधीक्षक की हनक देखिए डिप्टी जेलर मीना कनौजिया ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर उमेश सिंह की करतूतें बताई। और वीडियो जारी कर अपील किया। जिसका खामियाजा मीना कनौजिया को ट्रांसफर के तौर पर भुगतना पड़ा। खबर है कि मीना कनौजिया का तबादला नैनी जेल कर दिया गया। जबकि महाभ्रष्ट उमेश सिंह  लगातार आरोपों के बावजूद अपने पद पर बना हुआ है। सोचिए ईमानदारी का ढिंढोरा पीटने वाली योगी सरकार किसके साथ है। पीड़ित के साथ या उत्पीड़क के। उमेश सिंह के ऊपर कार्यवाही न होना यह दर्शाता है कि योगी सरकार इस उत्पीड़क महा भ्र्ष्टाचारी को पोषित कर रही है।


तस्वीरों में देखिए डिप्टी जेलर का मुख्यमंत्री को लिखा पत्र है। और उनका ट्रांसफर लेटर भी। साथ ही डीजी जेल की वह जांच रिपोर्ट भी है जिसमे मीडियाकर्मी प्रहलाद गुप्ता ने डीजी जेल को उमेश सिंह की काली करतूतों से अवगत कराया था जिससे चिढ़कर उमेश सिंह ने प्रहलाद पर फर्जी मुकदमा करवाया था। जांच में स्पष्ट है कि उमेश सिंह उक्त मामले में दोषी है। मगर कार्यवाही आज तक नही हो पाई। वजह जो भी हो मगर उमेश सिंह पर कार्यवाही न करना योगी सरकार के निष्पक्षता और भ्र्ष्टाचार मुक्त शासन के दावे खिल्ली उड़ा रही है। 








उमेश सिंह के भ्रष्टाचार पर  चन्दौली के अधिवक्ता शैलेन्द्र पाण्डेय पीएम सीएम समेत जिले के कई आलाधिकारियों समेत हाईकोर्ट को पत्र लिख चुके हैं मगर नतीजा आज तक सिफर ही रहा है।





विनय मौर्या 

बनारस

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