वाराणसी: प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में कमिश्नरेट प्रणाली लागू होने के बावजूद अपराधियों के हौसले बुलंद हैं। ताजा मामला सिगरा थाना क्षेत्र का है
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| सेवानिवृत्त अभियंता औऱ उनकी पत्नी.... |
क्या है पूरा मामला? राजेंद्र विहार कॉलोनी, नेवादा, सुंदरपुर के निवासी राजकुमार सिंह ने सिगरा पुलिस को दी गई अपनी शिकायत में बताया कि वह अपनी पत्नी गीता सिंह के साथ 7 नवंबर 2025 की रात करीब 10 बजे इंटरसिटी ट्रेन से वाराणसी सिटी स्टेशन उतरे थे। वहां से ऑटो रिक्शा लेकर वे अपने घर जा रहे थे। जैसे ही उनका ऑटो सनबीम स्कूल लहरतारा और मंडुवाडीह के बीच पहुंचा, पीछे से आए दो बाइक सवार बदमाशों ने झपट्टा मारकर उनकी पत्नी के हाथ से आसमानी रंग का बैग छीन लिया और फरार हो गए।
बैग में था लाखों का सामान पीड़ित राजकुमार सिंह के अनुसार, छीने गए बैग में निम्नलिखित कीमती सामान थे:
नकद: ₹35,000/-सोने की चेन (वजन लगभग 2 भर) मय लॉकेट,दो मोबाइल फोन,घर की चाबियां और चश्मा
पुलिस की कार्यशैली पर सवाल घटना की लिखित शिकायत 7 नवंबर को ही थानाध्यक्ष, सिगरा को दी गई थी। आज घटना को 40 दिन से अधिक हो चुके हैं, लेकिन पीड़ित परिवार को न्याय नहीं मिला है। एक तरफ जहां शहर में स्मार्ट पुलिसिंग के दावे किए जाते हैं, वहीं दूसरी तरफ बुजुर्ग नागरिकों के साथ हुई इस तरह की लूट और उस पर पुलिस की सुस्त कार्यवाही सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोल रही है।
पीड़ित परिवार ने उच्च अधिकारियों से गुहार लगाई है कि मामले की गंभीरता से जांच कर जल्द से जल्द उनका सामान बरामद किया जाए और दोषियों को गिरफ्तार किया जाए।
