वाराणसी: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के 'मिशन शक्ति' अभियान को वाराणसी के भेलुपुर थाने में एक नया और प्रेरणादायक आयाम मिला है।
महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक बेहद सराहनीय पहल करते हुए, प्रभारी निरीक्षक (SHO) सुधीर त्रिपाठी ने दो स्थानीय बच्चियों को एक दिन के लिए थाना प्रभारी (SHO) का दायित्व सौंपकर न सिर्फ उनका सम्मान बढ़ाया, बल्कि पुलिस की कार्यप्रणाली से उन्हें करीब से परिचित भी कराया।
पुलिसिंग की पाठशाला में सम्मान और दायित्व
भेलुपुर थाने में आयोजित इस विशेष कार्यक्रम में, दोनों बच्चियों ने पूरे सम्मान के साथ थाना प्रभारी की कुर्सी संभाली। प्रभारी निरीक्षक सुधीर त्रिपाठी ने उन्हें पुलिस की दैनिक कार्यशैली, जनता द्वारा दिए गए प्रार्थना पत्रों पर त्वरित कार्यवाही के महत्व और कानून व्यवस्था बनाए रखने के तरीकों के बारे में विस्तार से बताया। यह अनुभव बच्चियों को प्रशासनिक जिम्मेदारियों को समझने का एक अमूल्य अवसर प्रदान कर गया।
महिला उपनिरीक्षक शिखा ने भी अपनी भागीदारी सुनि
श्चित की और अपने कार्य के अनुभव एवं चुनौतियों को साझा किया, जो बच्चियों के लिए भविष्य में करियर चुनने हेतु मार्गदर्शन का काम करेगा। इस दौरान, एक दिलचस्प क्षण तब आया जब बच्चियों ने स्वयं प्रशासनिक निर्णय लेते हुए, एक महिला आरक्षी की छुट्टी भी स्वीकृत की।
महिला सुरक्षा पर 'ज़ीरो टॉलरेंस' का संदेश
कार्यक्रम के अंत में, प्रभारी निरीक्षक सुधीर त्रिपाठी ने बच्चियों को बुके और मोमेंटो देकर सम्मानित किया और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। उन्होंने इस पहल के माध्यम से समाज को एक स्पष्ट संदेश भी दिया:
"जागरूकता बहुत ज़रूरी है। बच्चियों और महिलाओं से सम्बंधित किसी भी मामले में कोई लापरवाही नहीं बर्दाश्त की जाएगी और त्वरित कार्यवाही मेरे एवं मेरी टीम द्वारा की जाएगी।"
यह पहल न केवल 'मिशन शक्ति' के उद्देश्य को बल देती है, बल्कि बच्चियों में आत्मविश्वास जगाकर उन्हें भविष्य की चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार करती है। यह दिखाता है कि वाराणसी पुलिस महिला सुरक्षा और सशक्तिकरण को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है।

