बीएचयू मालवीय चौराहे पर BFA छात्रों का धरना प्रदर्शन, थाना प्रभारी ने शांतिपूर्ण ढंग से समाप्त कराया

थाना प्रभारी लंका, शिवाकांत मिश्र
वाराणसी। बीएचयू मालवीय चौराहे पर मंगलवार को काशी विद्यापीठ और अन्य संस्थानों के सैकड़ों छात्रों ने बैचलर ऑफ फाइन आर्ट्स (BFA) में एडमिशन के लिए बीएड की अनिवार्यता के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। छात्रों ने इसे अव्यावहारिक और गैर-शैक्षणिक निर्णय बताते हुए वापस लेने की मांग की।
प्रदर्शन कर रहे छात्रों का कहना था कि अब तक BFA डिग्रीधारकों को शिक्षक भर्ती के लिए बीएड आवश्यक नहीं था, लेकिन नए नियम के तहत वे इस प्रक्रिया से वंचित हो जाएंगे। उन्होंने तर्क दिया कि BFA अपने आप में एक संपूर्ण शिक्षण और प्रशिक्षण पाठ्यक्रम है, ऐसे में बीएड की अनिवार्यता उचित नहीं है। छात्रों ने केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय से इस फैसले को वापस लेने की मांग की।
इस दौरान माहौल तनावपूर्ण होने की संभावना थी, लेकिन मौके पर पहुंचे थाना प्रभारी लंका, शिवाकांत मिश्रा ने पूरी संवेदनशीलता और सूझबूझ से प्रदर्शनकारियों को समझाया। उन्होंने छात्रों से शांति बनाए रखने की अपील की और संवाद के माध्यम से धरना शांतिपूर्ण तरीके से समाप्त कराया।
छात्रों ने भी प्रशासन की इस पहल की सराहना की और अपनी मांगों को उचित माध्यम से आगे बढ़ाने का निर्णय लिया। थाना प्रभारी के इस सकारात्मक रवैये से स्थिति नियंत्रण में रही और प्रदर्शन शांतिपूर्ण रूप से समाप्त हुआ।
