2 लाख रुपए में प्रेमी के साथ मिलकर भाड़े के हत्यारों से करा दी अपने पति की हत्या।

 मैनपुरी 5 मार्च को हुई शादी और 19 मार्च को नवविवाहिता ने कराई प्रेमी के साथ मिलकर पति की हत्या।मृतक के परिजनों ने की फांसी की मांग।

शादी की फोटो 


मेरठ कांड की तर्ज पर ही औरैया जिले में एक नवविवाहिता ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर अपने पति की हत्या की साजिश रची। 2 लाख रुपए में प्रेमी के साथ मिलकर भाड़े के हत्यारों से करा दी अपने पति की हत्या। औरैया पुलिस ने खुलासा करते हुए हत्यारोपी पत्नी और उसके प्रेमी को किया गिरफ्तार इसके साथ ही साथ सुपारी लेने वाले सुपारी किलर को भी पुलिस ने  गिरफ्तार कर लिया है।



 प्यार अंधा होता है ये तो आपने सुना होगा  लेकिन हत्यारा भी होता है क्या? मेरठ के चर्चित सौरभ हत्याकांड के बाद ऐसा ही मामला औरैया जिले में देखने को मिला है। जहां शादी के मात्र 14 दिन बाद ही नवविवाहिता पत्नी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर अपने पति की हत्या करा दी। औरैया जिले के थाना सहार क्षेत्र  पुलिस को 19 मार्च को खेत में मरणासन्न स्थिति में मिले व्यक्ति जिनकी इलाज के दौरान मौत हो गई थी।पुलिस ने इस ब्लाइंड मर्डर केस में जब शुरू की तो बहुत ही चौकाने वाले तथ्य हाथ लगे। पहले पुलिस ने मृतक की हत्या की सुपारी लेने वाले सुपारी किलर और उसके प्रेमी को गिरफ्तार किया फिर मृतक की पत्नी को उसकी ससुराल मैनपुरी के नगला दीपा से गिरफ्तार किया।




 मैनपुरी जिले के गांव नगला दीपा के रहने वाले मृतक दिलीप के परिजनों के अनुसार दिलीप की शादी औरैया की रहने वाली प्रगति से 5 मार्च को हुई थी दिलीप और प्रगति की लव मैरिज  थी  जिसमें परिजनों की भी सहमति शामिल थी प्रगति दिलीप के बड़े भाई संदीप की  साली थी और उसका अपनी बहन नगला दीपा में आना जाना था जिससे कि दिलीप और प्रगति की मुलाकात बढ़ती गई और फिर 5 मार्च को शादी हुई और शादी के मात्र 14 दिनों के बाद ही प्रगति ने अपने प्रेमी मनोज यादव के साथ मिलकर भाड़े के हत्यारों से दिलीप की हत्या करा दी अब दिलीप के भाई संदीप की मांग है की घटना में शामिल जो अन्य लोग शामिल हैं उनको भी पुलिस शीघ्र गिरफ्तार करें और और इन सभी को फांसी की सजा दी जाए, तो वहीं पिता सुम्मेर सिंह ने इस हत्यारिन बहू के लिए मांग की है कि या तो इसका एनकाउंटर किया जाए या फिर उसको फांसी दी जाए जिससे कि आगे से ऐसी वारदात ना हो। इसने प्रॉपर्टी के लिए मेरे बेटे की हत्या कराई है।



क्या था पूरा मामला


पुलिस अधीक्षक अभिजीत शंकर के अनुसार कि जनपद औरैया के थाना सहार क्षेत्र में 19 मार्च 2025 को 112 पर एक सूचना मिली कि गेहूं के खेत में एक व्यक्ति घायल अवस्था में पड़ा है प्रथम दृष्टया ऐसे प्रतीत हो रहा हैं कि कोई अज्ञात लोग द्वारा गंभीर रूप से मारपीट करके घायल कर दिया गया है। 112  पुलिस ने मौके पर पहुंची और उस व्यक्ति को इलाज हेतु हॉस्पिटल भेजा गया हैं उस आदमी की पहचान दिलीप यादव के रूप में हुई जो की मूलरूप से मैनपुरी के भोगांव थाना क्षेत्र के ग्राम नगला दीपा का निवासी है और हाल में औरैया के दिबियापुर इलाके में रह रहा था।  तीन दिन बाद इलाज के दौरान घायल दिलीप यादव की मृत्यु हो गई और इलाज के दौरान यह भी पता चला कि उसको किसी ने गोली भी बीमारी है पूरी घटना को दिलीप यादव के भाई द्वारा दी गई तहरीर के अनुसार थाना सहार पर 109 bns अटेम टू मर्डर का मुकदमा पंजीकृत किया गया।जब उसकी मृत्यु हो गई तो हत्या में कनवर्ट कर दिया गया। थाना सहार की टीम और जनपद औरैया की sog टीम  द्वारा तुरंत ही इस केस के खुलासे हेतु लगा दिया गया। इस ब्लाइंड मर्डर केस का खुलासा किया गया है। रास्ते में लगे सीसीटीवी जो ऑपरेशन त्रिनेत्र के तहत हम लोगों ने लगाए थे सीसीटीवी से हमें पता चला जो मृतक दिलीप है इनके पीछे कुछ लोग लगे हुए थे उनको लालच देकर बाइक के बीच में बैठाकर कुछ लोग लेकर गए।  मुखबिर के माध्यम से हम लोगों को सूचना मिली उसमें से एक व्यक्ति का नाम रामजी नागर है रामजी नागर के लोकेशन के बारे में भी हम लोगों ने पूछताछ की और हमारे मुखबिर द्वारा बताया गया इस पूरी घटना में शामिल राम जी द्वारा हिसाब किताब करने के लिए एक जगह पर पहुंचा दिनांक 24 मार्च 2025 को  सुबह संयुक्त टीम द्वारा रामजी नागर को गिरफ्तार कर लिया गया वहीं पर एक दूसरा आदमी और मिला जिसका नाम अनुराग यादव है जो मृतक दिलीप यादव के बीबी के गांव में रहता है जब गहराई से पूछताछ की गई तब उसके द्वारा पूरा घटनाक्रम बताया गया दिलीप यादव की शादी प्रगति यादव से  5 मार्च को हुई थी।अनुराग यादव और प्रगति यादव एक ही गांव के रहने वाले है विगत 4 साल से उनमे गहरा प्रेम प्रसंग चल रहा  था आपसी संबंध घर वालों को भी पता था परंतु इन लोगों के द्वारा शादी करने के लिए मंजूर नहीं किया गया। जबरदस्ती प्रगति को दिलीप यादव से शादी करवाई गई जिससे वह बिल्कुल संतुष्ट नहीं हुई प्रगति यादव द्वारा अपने प्रेमी अनुराग यादव को यह बताया था कि दिलीप काफी अमीर है अगर उसको रास्ते से हटाएंगे तो हम लोग बहुत अच्छे  से साथ में जीवन जी सकते हैं इसी के तहत प्रगति यादव द्वारा अनुराग यादव को एक लाख रुपए भी दिया गया और अनुराग यादव ने दिलीप यादव की हत्या करने के लिए एक टीम भी बनाई जिसमें रामजी नागर मुख्य सरगना रहा उसको 2 लाख में तय किया गया था और एक लाख रुपए जो प्रगति यादव ने दिया उसे दे दिया गया था इस घटना में 1 - 2 और अभियुक्त हैं जिन्हें पुलिस द्वारा पहचान किया गया है। पुलिस द्वारा इस घटना में तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है तीनों अभियुक्तों का नाम रामजी नागर, अनुराग यादव, पत्नी प्रगति यादव इनको गिरफ्तार किया गया है।





बाइट - 1 संदीप यादव    मृतक दिलीप का भाई


बाइट - 2  सुम्मेर सिंह मृतक का पिता


बाइट = अभिजीत आर शंकर पुलिस अधीक्षक औरैया

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