सिंचाई विभाग के एसडीओ राजीव सोनकर की कृपा से गायब कर्मचारियों को मिल रहा है वेतन।
सिंचाई विभाग वाराणसी के नलकूप खंड प्रथम के उपखंड तृतीय की हालत काफी खराब है। अधिशासी अभियंता नलकूप ने एसडीओ राजीव सोनकर को इतनी छूट दे रखी है कि साहब को जब मन करता है तभी ऑफिस में दारू और मुर्गे की पार्टी शुरू कर देते है। साहब इस समय सुर्खियों में है क्योंकि अपने बाबुओं के माध्यम से लगातार वसूली कर रहे है।
 |
| एसडीओ राजीव सोनकर का बंद कार्यालय |
दो कर्मचारी वर्षों से लापता है लेकिन उनका हिस्सा एसडीओ और अधिशासी अभियंता को समय से पहुंच जाता है इसलिए कोई समस्या नहीं है। मुख्यमंत्री के शख्त निर्देश के बावजूद भी कार्यालय सुबह ग्यारह बजे के बाद खुलता है और शाम चार बजे बंद हो जाता है। कर्मचारी हाजिरी कभी-कभी एक दिन पहले ही लगा देते है क्या पता कल कही व्यस्त रहे तो कोई दिक्कत ना हो। अधीक्षण अभियंता भी जांच करने गए लेकिन धन प्रबंधन इतना तगड़ा था कि बेचारे चुप्पी साध लिए और गाना गाने लगे की उपखंड की जिम्मेदारी अधिशासी अभियंता उदय शंकर सिंह की है। अधीक्षण अभियंता की बातें सुनकर तो लगा कि मानो वह किसी प्राइवेट कंपनी में काम कर रहे हैं जिसमें वह मात्र सुपरवाइजर हैं उनकी कोई जवाब देही तय नहीं है। वह जनता को बेवकूफ समझते हैं और खुद को तेज । हालांकि तेज तो है ही, तेज नहीं होते तो अब तक कार्रवाई नहीं हो गई होती। भला एक एसडीओ की क्या मजाल कि बिना अपने बॉस की मिली भगत के इतना बड़ा कारनामा करें हालांकि स्थिति आज भी जस की तस है। कर्मचारी हस्ताक्षर करके लापता हो जाते हैं और जो कुछ लापता है उनके भी हस्ताक्षर हो जाते हैं।
 |
| हाजिरी रजिस्टर जिस पर लापता कर्मचारियों में एक का नाम अभी भी गायब |