देवरिया के शिक्षा शिक्षा विभाग पर भ्रष्टाचार का बहुत बड़ा आरोप ! जाने क्या है मामला

 जिला विद्यालय निरीक्षक पर भारी, कार्यालय बाबू सुभाष गुप्ता भ्रष्टाचारी !



संस्कृत विद्यालय के प्रबंधक ने लगाया आरोप 

पैसे बल पर वसूली के लिए परीक्षा केंद्रों का बनता है रोड मैप 



देवरिया । सूबे की सरकार भ्रष्टाचार पर नियंत्रण के लिये लगातार निर्देश देती आ रही हैऔर कार्यवाही भी कर रही है । मगर सरकार के निर्देशों के बावजूद कुछ अधिकारी रुपयों के लालच मे अपनी गरिमा भूल जाते है यही वजह है कि सरकार की नीति और नियत साफ होते हुए भी आम लोगो तक सरकार की किरकिरी होती है । और फरियादीयों को न्याय की आस में कोर्ट कचहरी के चक्कर लगाना पड़ता है। ताजा मामला है श्री देवकलीनाथ संस्कृत उच्चतर माध्यमिक विद्यालय,अरईपार, बरपार, देवरिया का जहाँ प्रबन्धक ने श्री प्रकाश संस्कृत विद्यालय बसंतपुर देवरिया पर गंभीर आरोप लगाते हुए जिला विद्यालय निरीक्षक शिवनारायण सिंह को पत्र लिखा है ।

 

क्या है शिकायत-




प्रबंधक नागेंद्र मिश्र ने जिला विद्यालय निरीक्षक शिवनारायण सिंह को लिखे शिकायती पत्र मे लिखा है उनके विद्यालय के बोर्ड परीक्षा में सम्मिलित समस्त

छात्र-छात्राओं ने उनसे शिकायत किया है कि वर्ष 2022-23 से लगातार बोर्ड परीक्षा केन्द्र श्री प्रकाशसंस्कृत महाविद्यालय सिरसिया बसन्तपुर में बनाया जाता है जहाँ के प्रधानाचार्य करूणापति त्रिपाठी व उनके विकलांग भान्जे आशुतोष मिश्र विद्यालय केन्द्र का गलत फायदा उठाते हुए उनके विद्यालय के बच्चों को सुविधा शुल्क के नाम पर बेरहमी से प्रताड़ित करते हैं तथा नकल के नामपर पैसा न देने वाले छात्र-छात्राओं के बोर्ड परीक्षा की कापी बदलवाकर आपके कार्यालय मेंजमा कराने की धमकी देते हैं।



इसी प्रकार की शिकायत विद्यालय के प्रधानाचार्य व अध्यापक भी करते हुए अवगत कराये है कि पिछले दो वर्षों की भाँति इस वर्ष 2024-25 में भी करूणापति त्रिपाठी

भांजा आशुतोष भाजपा जिला अध्यक्ष को सम्मानित करते हुए 

जिलाध्यक्ष के साथ भांजा 

भांजे को सम्मानित करते हुए करुणापति 



ये है श्री प्रकाश संस्कृत विद्यालय के अध्यापक  ये संस्कृत की शिक्षा देते है 



जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय सहायक को साजिश / गुमराह करके व आप जिला विद्यालय निरीक्षक देवरिया व संयुक्त शिक्षा निदेशक गोरखपुर को धोखे में रखकर उनके विद्यालय का परीक्षा केन्द्र पुनः श्री प्रकाश संस्कृत

महाविद्यालय बसन्तपुर में बनाये जाने के जुगत में लग गये हैं जिसकी भनक मिलते ही उनके यहाँ

के बोर्ड परीक्षा में सम्मिलित समस्त छात्र-छात्राओं ने परीक्षा केन्द्र श्री प्रकाश संस्कृत

महाविद्यालय बसन्तपुर के द्वारा पूर्व कारित घटना से क्षुब्ध होकर अभी से परीक्षा में धोखा-धड़ी

होने का अन्देशा जताये है जो न्यायहित में नहीं है।

पत्र मे प्रबंधक द्वारा यह प्रार्थना कि गई छात्र छात्रा हित में उनकी संस्था श्री देवकलीनाथ संस्कृत उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, अरईपार, बरपार, देवरिया के आस पास के

जिस विद्यालय को उचित समझे वहाँ मेरे विद्यालय का परीक्षा केन्द्र बनवाने का कष्ट करें किन्तु

श्री प्रकाश संस्कृत महाविद्यालय बसन्तपुर को मेरे विद्यालय का परीक्षा केन्द्र न बनाया जाय.

अनुनय-विनय के बाद भी यदि मेरे संस्था का जबरिया परीक्षा केन्द्र श्री प्रकाश संस्कृत महाविद्यालय बसन्तपुर बनाया जाता है तो बाध्य होकर छात्र-छात्रा के हित उनके द्वारा द्वारा बहुप्रसारित समस्त मीडिया व न्यूज चैनल व प्रदेश के शिक्षा विभाग के समस्त उच्चाधिकारीगण को अवगत

कराते हुए मा0 उच्च न्यायालय इलाहाबाद में याचिका योजित की जायेगी जिसकी समस्तजि म्मेदारी परीक्षा केन्द्र निर्धारण करने वाले उच्चाधिकारीगण की होगी।

जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय पर पूर्व मे भी की गई थी शिकायत 

पूर्व के जिला विद्यालय निरीक्षक वीरेंद्र प्रताप सिंह के कार्यों से असंतुष्ट शिकायतों को देखते हुए जिला विद्यालय निरीक्षक को हटाने के लिए देवरिया सदर विधायक डॉ शलभ मणि त्रिपाठी ने पत्र लिख कर शिकायत किया था कार्यवाही भी हुई पर भ्रष्टाचार का किला आज भी खड़ा है जिसके पहरेदार संस्कृत का पटल देख रहे सुभाष गुप्ता जैसे बाबू है।सही गलत कुछ भी कराना हो सुभाष गुप्ता की संलिप्तता में जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय मे हो जाता है|

श्री प्रकाश संस्कृत विद्यालय बसंतपुर सिरसिया देवरिया पर भ्रष्टाचार करने और कराने के बहुत से आरोप है और खुद प्राचार्य भी पुलिस की 110गुंडा एक्ट की कार्यवाही मे निरुद्ध रहे है 

                   110 मिनी गुंडा एक्ट की कार्यवाही 


यह भी जानिए-

 श्री प्रकाश संस्कृत विद्यालय बसंतपुर सिरसिया देवरिया पर न्यायालय के आदेश पर मुकदमा हुआ है 





विद्यालय खेल के मैदान पर बना है विद्यालय मे किसी अध्यापक का अनुमोदन नहीं इतने गंभीर आरोपों के बाद भी जिला विद्यालय निरीक्षक देवरिया शिवनारायण सिंह विद्यालय पर महेरबान है 

सह जिला विद्यालय निरीक्षक के साथ करुणापति त्रिपाठी


जिला विद्यालय निरीक्षक के साथ करुणापति त्रिपाठी

सूत्रों की माने तो संस्कृत विद्यालय के लिए चलायी जा रही अलंकार योजना मे श्री प्रकाश संस्कृत महाविद्यालय की फ़ाइल जमा होने के बाद बाकी संस्कृत विद्यालयों की फ़ाइल जमा की गई |  



संस्कृत पटल देखने वाला विवादित बाबू है सुभाष गुप्ता-

बात करें जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में काम कर रहे बाबू की तो यह खुद को जिला विद्यालय निरीक्षक से भी ऊपर मानते हैं। वर्षो से एक ही विभाग में एक ही पटल का कार्य देख रहे हैं। बाबू सुभाष गुप्ता की मेहरबानी से नोटों की आंच में हर जांच जल जाती है। 

बात करें उच्च अधिकारियो और जन प्रतिनिधियों की तो देवरिया की जिलाधिकारी श्री मति दिव्या मित्तल है जो अपनी न्याय प्रियता और योग्यता के लिए जानी जाती है वही देवरिया के सांसद शशांक मणि है जो अपनी माटी अपनी संस्कृति की पहचान के लिए जाने जाते है देवरिया सदर से महत्वपूर्ण रूप से भ्र्ष्टाचार अपराध का विरोध करने वाले जन प्रिय विधायक डॉ शलभ मणि त्रिपाठी आते है पर सवाल यह है क्या सनातन संस्कृति संस्कृत उत्थान की बात देश के प्रधानमंत्री और सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ करते है वही मुख्यमंत्री केगृह जनपद गोरखपुर के बगल के जिले देवरिया के संस्कृत विद्यालय के प्रबंधक द्वारा लिखा यह पत्र क्या सन्देश दे रहा है क्या वास्तव मे संस्कृत भाषा का संवर्धन हो रहा है या सिर्फ भ्रष्टाचार की नयी कहानी लिखी जा रही है सवाव बहुत बड़ा है और सवालिया निशान शिक्षाधिकारियो की कार्यशैली पर करता है देखना यह है की श्री प्रकाश संस्कृत विद्यालय पर क्या कार्यवाही होती है।

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