भूमि विवाद में कैंट विधायक सौरभ श्रीवास्तव पर एकपक्षीय हस्तक्षेप आरोप !

शक्ति सिंह एडवोकेट और बच्चालाल मौर्या के बीच वर्षों से चल रहा विवाद


विधायक पर बच्चालाल के पक्ष में जबरन हस्तक्षेप का आरोप



वाराणसी। कैंट विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक सौरभ श्रीवास्तव एक पुराने भूमि विवाद में अपने एकपक्षीय हस्तक्षेप को लेकर विवादों में आ गए हैं। इस हस्तक्षेप से क्षेत्रीय नागरिकों में रोष और असमंजस की स्थिति उत्पन्न हो गई है।


वर्षों से चल रहा भूमि विवाद


रामनगर के साहित्यानाका निवासी शक्ति सिंह एडवोकेट और उनके पड़ोसी बच्चालाल मौर्या के बीच एक भूमि विवाद लंबे समय से चल रहा है। इस संबंध में शक्ति सिंह ने वाद संख्या 242/2022 के तहत एक सिविल वाद दाखिल किया है, जिसमें बच्चालाल मौर्या पहले से ही अधिवक्ता के माध्यम से अदालत में पेश हो चुके हैं।


मारपीट और फर्जी मुकदमों का आरोप-


शक्ति सिंह का आरोप है कि दिनांक 09/03/2025 को उनके चाचा अजय और चचेरे भाई शिवम पर बच्चालाल मौर्या, उनकी पत्नी भारती मौर्या, पुत्र सिद्धार्थ व हर्ष मौर्या और भाई रविन्द्र व विनोद मौर्या द्वारा जानलेवा हमला किया गया। आरोपियों के विरुद्ध कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई, बल्कि उल्टा शक्ति सिंह के परिजनों पर डकैती की धारा में मुकदमा दर्ज किया गया जिसे बाद में हटा लिया गया।


इससे पूर्व भी वर्ष 2023 में मुकदमा संख्या 184 में शक्ति सिंह के 13 परिजनों को झूठे आरोपों में फँसाया गया, जो अधिवक्ता के अनुसार पूर्णत: निराधार है।


विधायक का विवादित स्थल पर पहुंचना और पक्षपात का आरोप-


शक्ति सिंह का गंभीर आरोप है कि 02 जून 2025 को दोपहर लगभग 12:00 बजे कैंट विधायक सौरभ श्रीवास्तव पुलिस बल और समर्थकों के साथ विवादित स्थल पर पहुंचे। उस समय शक्ति सिंह स्वयं मौजूद नहीं थे, केवल उनके चाचा अजय उपस्थित थे। विधायक ने कथित रूप से अजय पर दबाव बनाने का प्रयास किया और बच्चालाल मौर्या को अवैध पिलर गाड़ने के लिए प्रोत्साहित किया।


शक्ति सिंह के अनुसार, यह पूरी कार्रवाई सीसीटीवी फुटेज में रिकॉर्ड है।


पीड़ित का कहना है कि दोनों पक्षों के मध्य जमीन विवाद काफ़ी पुराना है तथा बच्चालाल मौर्या को उसके ही प्रार्थना पत्र में कार्यालय तहसील सदर जनपद वाराणसी द्वारा राज्य संहिता की धारा 24 द्वारा पैमाईश कराकर मामले का निस्तारण करा लेने को कहा गया किन्तु बच्चालाल मौर्या अपने नम्बर की भूमि की पैमाईश नहीं कराकर प्रतिदिन वाद विवाद उत्पन्न करता है। जबकि उसे आम जन मानस ने भी अपनी भूमि की पैमाईश करा लेने को कहा है लेकिन वह ना जाने क्यों अपनी भूमि की विधिक पैमाईश कराने से भागता फिरता है ऐसा आरोप है कि बच्चालाल मौर्या के प्रत्येक जमीन में गरीब गुरवा वर्ग की जमीनें इसी तरह से हड़प कर मिला लिया है यह उसका पुश्तैनी धंधा है यदि बच्चालाल मौर्या की सभी जमीनें नापी जाएं तो सरकार को कई बीघे में बंजर/आबादी/नाला इत्यादि बरामद हो सकता है क्योंकि उन लोगों ने अपने पूर्वजों के समय से ही ऐसे गरीबों की जमीन हड़प कर अपने में मिला लेते हैं।




न्याय व्यवस्था पर खतरे की आशंका-


शक्ति सिंह एडवोकेट ने विधायक के इस कदम को पक्षपातपूर्ण, अन्यायपूर्ण एवं असंवैधानिक करार देते हुए कहा कि यदि इसी तरह सत्ता पक्ष के प्रतिनिधि विवादों में हस्तक्षेप करते रहेंगे तो एक दिन देश की न्यायपालिका का अस्तित्व ही खतरे में पड़ जाएगा।

3 टिप्पणियाँ

  1. ये तो सत्ता का दुरुपयोग कर रहे है माननीय जनप्रतिनिधी

    जवाब देंहटाएं
  2. भूमि की पैमाईश कराकर मामले को तत्काल सुलझाया जाना चाहिये

    जवाब देंहटाएं
और नया पुराने